Up board solution for class 12 sanskrit chandrapeed katha part 2
कक्षा 12 संस्कृत चन्द्रपीड कथा
कादम्बर्यपि सविभ्रमकृतप्रणामा महाश्वेतया सह पर्यङ्के सह निषसाद । ससंभ्रमं परिजनोपनीतायां हेमपादाङ्कितायां पीठिकायां चन्द्रापीडः समुपाविशत् । परिजनोपनीतेन सलिलेन कादम्बरी स्वयम् उत्थाय महाश्वेतायाः चरणौ प्रक्षाल्य उत्तरीयांशुकेन अपमृज्य पुनः पर्यङ्कम् आरुरोह । चन्द्रापीडस्यापि कादम्बर्याः सखी मदलेखा प्रक्षालितवती चरणौ ।
शब्दार्थ- अपि भी । सविभ्रमकृतप्रणामा = उतावली के साथ प्रणाम करती हुई । परिजनोपनीतायाम् = सेवकों द्वारा लायी गयी । हेमपादाङ्कितायाम् = सुनहरे पैरों वाली पीठिकायाम् = छोटे से सिंहासन पर समुपाविशत् = बैठ गया । सलिलेन = जल से । स्वयम् उत्थाय = स्वयम् उठकर प्रक्षाल्य = धोकर उत्तरीयांशुकेन = आँचल से अपमृज्य = पोंछकर आरुरोह = बैठ गयी । प्रक्षालितवती = धोया ।
हिन्दी अनुवाद- कादम्बरी भी उतावली में चन्द्रापीड को प्रणाम करके महाश्वेता के साथ शैय्या पर बैठ गयी । चन्द्रापीड भी सेविकाओं द्वारा शीघ्रता से लाये गये सुनहरे पैरों वाले आसन पर बैठ गया । इसके पश्चात् सेविकाओं द्वारा लाये गये जल से कादम्बरी ने स्वयं उठकर महाश्वेता के पैरों को धोया और अपने आँचल से पोंछने के बाद वह फिर पलंग पर जा बैठी । कादम्बरी की सखी मदलेखा ने भी चन्द्रापीड के पैरों को धोया ।
व्याकरणात्मक टिप्पणी- सविभ्रमकृतप्रणामा सविभ्रमेण कृतः प्रणामः यया या समुपाविशत् = सम् + उपाविशत् ।
|| प्रश्नोत्तरः॥
प्रश्न 1. उपर्युक्त गद्यांश की पुस्तक और लेखक का नाम लिखिए ।
उत्तर- प्रस्तुत गद्यांश की पुस्तक का नाम ‘चन्द्रापीडकथा’ और लेखक ‘बाणभट्ट’ हैं ।
प्रश्न 2. कादम्बरी कया सह पर्यङ्के निषसाद ?
उत्तर- कादम्बरी महाश्वेतया सह पर्यङ्के निषसाद
प्रश्न 3. ‘ससंभ्रमं परिजनोपनीतायां हेमपादाङ्कितायां पीठिकायां चन्द्रापीडः समुपाविशत्’ रेखांकित अंश का अनुवाद कीजिए ।
उत्तर- चन्द्रापीड भी सेविकाओं द्वारा शीघ्रता से लाये गये सुनहरे पैरों वाले आसन पर बैठ गया ।
प्रश्न 4 . का महाश्वेतायाः चरणौ प्रक्षाल्य उत्तरीयांशुकेन अपमृज्य, पुनः पर्यङ्कम् आरुरोह?
कादम्बरी महाश्वेतायाः चरणी प्रक्षाल्य उत्तरीयांशुकेन अपमृज्य पुनः पर्यङ्कम् आरुरोह ।
प्रश्न 5 . चन्द्रापीडस्य चरणों का प्रक्षालितवती ?
उत्तर- चन्द्रापीडस्य चरणौ कादम्बर्याः सखी मदलेखा प्रक्षालितवती ।