Avyay in sanskrit अव्यय संस्कृत में
संस्कृत में अव्यय – avyay in sanskrit संस्कृत में अव्यय वे शब्द होते है जो हमेशा अपने मूल रूप में प्रयोग होते है।
अहो – आश्चर्य
एवमेव – ऐसा ही
न = नहीं
अद्य = आज
एकदा =एक बार
नक्तम् =रात
आम् = हाँ
एकत्र = एक स्थान पर
अस्तु = हाँ/अच्छा
आम् = हाँ
परमम् =बाद में
अग्रतः =आगे (सामने)
कथम् = कैसा, कैसे
अग्रे = पहले
कदाचित्- कभी
प्रायः – अक्सर
अचिरम् – जल्दी
किम् = क्या
प्रातः = सबेरा
अन्तर् – भीतर
किम्= प्रश्न (क्या)
पुरा = बहुत पहले
अतः= इसलिए
किल = सचमुच
परश्वः = आने वाला परसों
अतीव – बहुत
कति = कितना
पुर्वेद्युः – विगत दिन
अत्र = यहाँ
किञ्चित् – थोड़ा
परेद्युः =आने वाले दिन
अथ = बाद में
किन्तु = फिर भी
पुरस्तात् – सामने पुनः फिर
अथ किम् – और क्या
किमुत = कहाँ तो
अधः = नीचे
कुतः = कहाँ से
पश्चात् – बाद में
अन्यच्च = और भी
कुत्र = कहाँ
बहिः = बाहर
अभितः = चारों ओर
क्व = कहाँ
बलात् – जबरदस्ती
तत्र = वहाँ
क्वचित् – कहीं
वृथा = व्यर्थ
अलम् = बस
किमर्थम् – किसलिए
मनाक् = थोड़ा
अपि = भी
खलु = अवश्य
मिथः = आपस में
अधुना = आजकल
च = और
यतः = जहाँ से
इतः इधर से
चिरम् – देर
यथा= जैसे, जैसा
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