Swami Atmanand English Medium Model Colleges: राज्य के हर जिले में खुलेगा इंग्लिश मीडियम कॉलेज 10 दिन में तैयार होगी कार्य योजना
Swami Atmanand English Medium Model Colleges:
छत्तीसगढ़ सरकार ने 3 वर्षों में अनेक जिलों में अंग्रेजी माध्यम में कॉलेज स्थापित करने का फैसला किया है जिसका उद्देश्य है कि अपने राज्य के मूल छात्रों को अपने ही राज्य में उच्च अध्ययन करने की सुविधा मिले राज्य सरकार के एक अधिकारी ने इस प्रकार की जानकारी गुरुवार को दी है उन्होंने बताया है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के मुख्य सचिव को इस संबंध में 10 दिनों के भीतर कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दे दिए हैं उन्होंने कहा है कि इस कदम का उद्देश्य उन माता-पिता पर वित्तीय बोझ को कम करना है जिनके बच्चों ने कक्षा 12वीं पास कर ली है तथा बारहवीं कक्षा के बाद उच्च शिक्षा के लिए राज्य से बाहर जाना पड़ता है |
अगले 3 वर्षों में सभी जिला मुख्यालयों में अंग्रेजी माध्यम में मॉडल कॉलेज
स्वामी आत्मानंद के नाम पर होगा नामकरण सीएम भूपेश बघेल ने मुख्य सचिव को भेजें उस पत्र में कहा है कि अगले 3 वर्षों में सभी जिला मुख्यालयों में अंग्रेजी माध्यम में मॉडल कॉलेज के रूप में संस्थान स्थापित किए जाएं इन संस्थानों का नाम स्वामी आत्मानंद पर होगा स्वामी आत्मानंद के नाम से हर जिले में एक अंग्रेजी माध्यम में विद्यालय होगा सीएम बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में मिले अच्छे रेस्पॉन्स को देखने के बाद यह निर्णय लिया गया है अब इसको हर जिले में लागू किया जाएगा |
शुरुआत में 10 अंग्रेजी माध्यम के कॉलेज खोले जाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा है कि शुरुआत में जून 2023 से शुरू होने वाले अगले शैक्षिक सत्र से राज्य के प्रमुख शहरों में 10 अंग्रेजी माध्यम के कॉलेज खोल दिए जाएंगे बाद में चरणबद्ध योजना के तहत अगले 3 वर्षों में पूरे प्रदेश के सभी जिलों में इस प्रकार के कॉलेज खोले जाएंगे |
उच्च शिक्षा के लिए जाना पड़ता है बाहर
वर्तमान समय में राज्य में अच्छे अंग्रेजी माध्यम के सरकारी कॉलेज नहीं है और छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए किसी ने किसी महानगर के कॉलेजों में प्रवेश लेना पड़ता है भूपेश बघेल ने कहा है कि इनके खुलने के बाद अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में कक्षा बारहवीं पढ़ने वाले छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा उनको शिक्षा अपने राज्य में ही मिलेगी मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस पहल से छात्रों और अभिभावकों को भारी आर्थिक बोझ नहीं उठाना पड़ेगा क्योंकि उन्हें दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है वहां प्रवेश लेना पड़ता है और वहां पर महंगे खर्चे से आर्थिक क्षति भी होती है |