Mitra ko patra in sanskrit यात्रा के लिए मित्र को बुलाने हेतु पत्र
प्रिय छात्रो मित्र के लिए संस्कृत में पत्र लिखने के लिए परीक्षा में पूछा जाता है। इसका हल हम यहां पर लिख रहे है ।
मित्र के साथ यात्रा पर जाने के लिए पत्र संस्कृत में
अजयमेरुतः
दिनाङ्कः— 02/06/2021
प्रियमित्र रमेश:
नमस्ते
अत्र अहं कुशलः , भवतः कुशलतां कामये। अहं मातापितृभ्यां सह अस्मिन् ग्रीष्मावकाशसमये भ्रमणार्थं हिमाचलप्रदेशम् गमिष्यामि। भवान् अपि अस्माभिः सह तत्र चलतु ,, इति मम प्रबल: इच्छा अस्ति। वयं सर्वे तत्र मिलित्वा आनन्दानुभवं करिष्यामः। मदीयः अयं प्रस्तावः भवते रोचते चेत्, ज्ञापयतु ।।
परिवारे पूज्येभ्यो: सर्वेभ्यो: जनेभ्यो: मम् सादरप्रणाम: निवेदनीयः। पत्रस्योत्तरं शीघ्रमेव प्रेषणीयम्।
भवतः मित्रम्
सुरेश
हिन्दी अनुवाद – मित्र के लिए पत्र
अजमेर
दिनांक– 02/06/21
प्रिय मित्र रमेश
नमस्ते ।
यहाँ मैं कुशल हूँ, आपकी कुशलता की कामना करता हूँ। मैं माता-पिता के साथ इन गर्मी की छुट्टियों में घूमने के लिए हिमाचल प्रदेश जाऊँगा। आप भी हमारे साथ वहाँ पर चलें, इस प्रकार मेरी बहुत इच्छा है। हम सब वहाँ मिलकर आनन्द का अनुभव करेंगे। मेरा यह प्रस्ताव आपको रुचिकर लगेगा, ठीक है सूचित करो।
परिवार में सभी पूज्यनीयों के लिए मेरा सादर प्रणाम निवेदन करना।
पत्र का जबाब शीघ्र भेजना चाहिए।
आपका मित्र
सुरेश
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