UP Board Solution for Class 8 Sanskrit Chapter 19 अहं संगणकः अस्मि

UP Board Solution for Class 8 Sanskrit Chapter 1 aashram आश्रमः
UP Board Solution for Class 8 Sanskrit

UP Board Solution for Class 8 Sanskrit Chapter 19 अहं संगणकः अस्मि


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पाठ 19 अहं संगणकः अस्मि पाठ का सम्पूर्ण हल

संगणक: –  छात्राः !

छात्रा: –  (श्रुत्वा) अये! कस्य स्वरः !

संगणक: –  भोः बालकाः ।  अहम् अत्र अस्मि

छात्राः (द्रश्टुं निकटे च गत्वा) तव नाम किम् अस्ति ?

संगणकः मम नाम संगणकः ।  अहं गृहे गृहे निवसामि किं न जानासि ?

एकः छात्रः –  नहि, त्वम् अत्र विद्यालये निवससि मम गृहे तु न निवससि  ।  संगणक: –  आम् । 

अधुना तव गृहे न निवसामि यदा मया सह तव परिचयः भविश्यति, तदा   तव गृहे अपि भविश्यामि  ।

हिन्दी अनुवाद –

कम्प्यूटर –  छात्रों!

छात्र –  (सुनकर) अरे! किसका स्वर है?

कम्प्यूटर –  हे बालकों! मैं यहाँ हूँ।

छात्र –  (देखने के लिए और पास में जाकर) तुम्हारा नाम क्या है?

कम्प्यूटर –  मेरा नाम कम्प्यूटर है। मैं घर – घर में (प्रत्येक घर में) रहता हूँ। क्या (तुम) नहीं जानते हो?

एक छात्र –  नहीं, तुम यहाँ विद्यालय में रहते हो मेरे घर में तो नहीं रहते हो?

कम्प्यूटर –  हाँ! इस समय तुम्हारे घर में नहीं रहता हूँ। जब मेरे साथ तुम्हारा परिचय हो जायेगा, तब तुम्हारे घर में भी रहूँगा।

एकः छात्रः –  सत्यं वदसि  ।  परिचयं बिना गृहे प्रवेषः न भवितुं अर्हति  ।  भोः संगणक! तव पूर्ण: परिचयः कः ?

सर्वे छात्राः तव परिचयः कः ? तव परिचयः कः ? छात्राः कोलाहलं कुर्वन्ति  ।  संगणक: –  भो छात्राः  ।  अलं कोलाहलेन श्रृणुत  ।  यूयं ध्यानं दत्वा तूरणीं च भूत्वा श्रोतुम् इच्छथ ।  तदा

(सर्वे छात्राः तूरणीं तिष्ठन्ति  । )

छात्रा: –  श्रीमन् संगणकमहोदय! वयं ध्यानेन श्रोश्यामः  ।

संगणक: –  सूचनानां संग्रहः, तासां व्यवस्था, पुनः क्षिप्रमेव प्रदानम् एव मम कार्यम्  ।  अतः सर्वत्र अहम् अस्मि  ।  अहं विद्यालयस्य परीक्षाकार्ये अंकपत्रनिर्माणे, प्रमाणपत्र निर्माणे च योगदानं कर्तुम समर्थः अस्मि  ।  अहम् अन्तर्जालमाध्यमेन (इन्टरनेटमाध्यमेन ) सूचनादर्शणं करोमि ।

हिन्दी अनुवाद –     एक छात्र –  सच कह रहे हो। परिचय के बिना घर में प्रवेश नहीं हो सकता। हे कम्प्यूटर! तुम्हारा पूरा परिचय क्या है?

सब छात्र –  तुम्हारा परिचय क्या है? तुम्हारा परिचय क्या है? छात्र शोर करते हैं।

कम्प्यूटर –  हे छात्रों! शोर मत करो। सुनो। तुम सब ध्यान देकर और चुप होकर सुनना चाहते हो।

(सब छात्र चुप बैठ जाते हैं।) ।

छात्र –  श्रीमान् कम्प्यूटर महोदय! हम ध्यान से सुनेंगे।

कम्प्यूटर –  सूचनाओं का संग्रह, उनकी व्यवस्था दोबारा शीघ्रता से प्रदान करना ही मेरा कार्य है। अतः सब जगह मैं हूँ। मैं विद्यालय के परीक्षा – कार्य में, अंक – पत्र निर्माण में और प्रमाणपत्र निर्माण में योगदान करने में समर्थ हूँ। मैं इन्टरनेट के माध्यम से सूचनाओं की वर्षा करता हूँ।।

UP Board Solution for Class 8 Sanskrit Chapter 5 स्फुटपद्यानि

छात्रा: –  संगणक ! इण्टरनेटमाध्यमेन किं भवति ?

संगणक: –  अन्तर्जालमाध्यमेन विष्वम् एकनीडं भवति  ।  गृहे एव रेलयानस्य

वायुयानस्य, आरक्षण, वस्तूनां क्रयविक्रयी ईमेलद्वारा संदेष – प्रेशणं, वेबकैमद्वारा सषब्द सचित्र सन्देष –  प्रेशणं च भवति भोः बालकाः किं किं न भवति? क्षणेनैव सूचना आयाति याति च  ।

छात्रा: –  अहो अद्भुतः ! अयम् अन्तर्जालव्यवस्था  ।

( बालकाः संगणकं परिक्रामन्ति गायन्ति च )

संगणकस्त्वं संगणकस्त्वम्, नूनं तव सुविकासः ।  यत्र तत्र सर्वत्र दृष्यते, अहर्निषं तव लासः  ।  ।

हिन्दी अनुवाद –

छात्र – कम्प्यूटर! इन्टरनेट के माध्यम से क्या होता है?

कम्प्यूटर –  इन्टरनेट के माध्यम से विश्व (सारा संसार) एक घर होता है (बन जाता है)। घर में ही (रहकर) रेलयान के, वायुयान के आरक्षण (सीट बुक करना), वस्तुओं के क्रय – विक्रय, ईमेल द्वारा संदेश भेजना, वेबकैम द्वारा शब्द सहित चित्र तथा सन्देश भेजना (सब) हो जाता है। अरे बालकों। क्या – क्या नहीं होता है? क्षण भर में सूचना

आ जाती है और भेज दी जाती है ।

छात्र – अहो, अद्भुत! यह इन्टरनेट व्यवस्था। (बालक कम्प्यूटर के चारों ओर घूमते हैं और गाते हैं)

“तुम कम्प्यूटर हो। तुम कम्प्यूटर हो। निश्चय ही तुम्हारा अच्छी तरह विकास हो। जहाँ, तहाँ, सब जगह दिखाई देते हो। दिन – रात तुम्हारा खेल (क्रीड़ा) हो ।

(शब्दार्थः)

संगणकः = कम्प्यूटर ।  श्रृण्वन्तु = सुनो ।  भवितुम् = होने के लिए तूर्णी भूत्वा = मौन होकर  ।  क्षिप्रम् = तुरन्त  ।  सूचनावर्शणम् सूचनाओं की वर्शा ।  नीडम् = घर निमिश – मात्रेण = क्षणमात्र के द्वारा इन्द्रजालः = जादू ।  परिक्रामन्ति = परिक्रमा करते हैं ।  अहर्निषम् दिन और रात लासः क्रीड़ा  । 

अभ्यास प्रश्न

1 – उच्चारणं कुरुत पुस्तिकायां च लिखत

श्रृण्वन्तु श्रुत्वा द्रश्टुं नार्हति श्रोतुम् क्षिप्रमेव श्रोश्यामः

इण्टरनेटमाध्यमेन एकनीडं वेबकैमद्वारा संगणकस्त्वम्

2 –   एकपदेन उत्तरत

(क) का कोलाहलं कुर्वन्ति ?

उत्तर –  छात्राः ।

(ख) परिचयं बिना कुत्र प्रवेशः न भवति ?

उत्तर –   गृहे ।

(ग) कः सर्वत्र अस्ति?

उत्तर –  संगणकः  ।

(घ) केन माध्यमेन विष्वम् एकनीडं भवति ?

उत्तर –   अन्तर्जालमाध्यमेन ।

3  –   शुद्धम रुपं लिखत

पठतुम् =पठितुम्

(क) खेलीतुम्=  खेलितुम्

(ख) खातुम्=  खादितुम्

(ग) हसतुम्=  हसितुम्

4 –  दत्तेन शब्देन वाक्यानि पूरयत

कः, किम् कुत्र, कस्य

(क) तव नाम…………..अस्ति?  = किम्

(ख) अये………………..स्वरः ?  = कस्य

(ग) त्वं………………..निवससि ?  = कुत्र

(घ)…………..को ऽत्र भोः?  = कः

5 –  विलोमानां परस्परं मेलनं कुरुत

ह्यः     मन्दः

श्वेतः    अन्ते

तीव्र      आदी

श्यामः  श्व:

उत्तर –

ह्यः   =  श्व:

श्वेतः  = श्यामः 

आदी  =  अन्ते

तीव्र   =  मन्दः

6 –  संस्कृते अनुवादं कुरुत

(क) मैं विद्यालय में रहता हूँ ।

अनुवाद – अहं विद्यालये निवसामि।

(ख) चुप होकर ध्यान से सुनो ।

अनुवाद – तूष्णीं भूत्वा ध्यानेन शृणुत।

(ग) प्रमाण – पत्र में योगदान करता है ।

अनुवाद – प्रमाण-पत्रे योगदानं करोति।।

7 –  संगणकः इति विषये निबंध लिखत  ।

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