Up board Class 12 Hindi paper (301 ZC) 2023 यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 कक्षा 12 हिन्दी का पेपर हल सहित
101 301(ZC)
2023 -हिन्दी
[ समय तीन घण्टे 15 मिनट पूर्णांक : 100 ]
नोट :– (i) प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं ।
ii) इस प्रश्नपत्र में दो खण्ड हैं, दोनों खण्डों के सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है ।
खण्ड क
1 . क) ‘बाणभट्ट की आत्मकथा’ है
i) जीवनी
ii) आत्मकथा
iii) संस्मरण
iv) उपन्यास |
ख) ‘आकाश के तारे’ रचना के रचनाकार हैं
i) कन्हैयालाल मिश्र
ii) रामवृक्ष बेनीपुरी
iii) जैनेन्द्र कुमार
iv) मोहन राकेश
ग) जैनेन्द्र कुमार की निम्नलिखित में से कौन-सी रचना उपन्यास नहीं है ?
i) कल्याणी
ii) वातायन
iii) मुक्तिबोध
iv) जयवर्धन ।
घ) ‘ये और वे’ संस्मरण के लेखक हैं।
i) श्याम सुन्दर दास
ii) महावीर प्रसाद द्विवेदी
iii) जैनेन्द्र कुमार
iv) सरदार पूर्ण सिंह |
ङ) ‘कल्पवृक्ष’ निबन्ध के रचनाकार हैं।
i) मोहन राकेश
ii) श्यामसुन्दर दास
iii) वासुदेव शरण अग्रवाल
iv) इनमें से कोई नहीं ।
2- क) ‘श्रद्धा और प्रेम के योग का नाम भक्ति है’ किस विद्वान् का कथन है ?
i) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
ii) हजारी प्रसाद द्विवेदी
iii) महावीर प्रसाद द्विवेदी
iv) इनमें से कोई नहीं ।
ख) ‘दूसरा सप्तक’ प्रकाशित हुआ था .
i) 1951 ई० में
ii) 1959 ई० में
iii) 1979 ई० में
iv) इनमें से कोई नहीं ।
ग) महादेवी वर्मा की रचना है।
i) ‘यशोधरा’
(ii) ‘स्मृति की रेखाएँ’
iii) ‘युगवाणी’
iv) ‘राम की शक्ति-पूजा’ ।
घ) ‘दिनकर’ जी ने किस स्वनिर्मित छन्द का प्रयोग ‘रसवन्ती’ नामक रचना में किया है ?
i) लावनी
ii) प्रीति
iii) गीतिका
iv) हरिगीतिका ।
ङ) हरी घास पर क्षण भर’ कविता-संग्रह है
i) महादेवी वर्मा की
ii) सुमित्रानन्दन पंत की
iii) सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ की
iv) इनमें से कोई नहीं ।
3 . निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
साहित्य, कला, नृत्य, गीत, आमोद-प्रमोद अनेक रूपों में राष्ट्रीय जन अपने-अपने मानसिक भावों प्रकट करते हैं । आत्मा का जो विश्वव्यापी आनन्द-भाव है, वह इन विविध रूपों में साकार होता है । यद्यपि बाह्य रूप की दृष्टि से संस्कृति के बाहरी लक्षण अनेक दिखायी पड़ते हैं, किन्तु आन्तरिक आनन्द की दृष्टि से उनमें एकसूत्रता है जो व्यक्ति सहृदय हैं, वह प्रत्येक संस्कृति के आनन्द-पक्ष स्वीकार करता है और उससे आनन्दित होता है । इस प्रकार की उदार भावना ही विविध जनों से ब हुए राष्ट्र के लिए स्वास्थ्यकर है ।
i) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए |
ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
iii) किन रूपों में राष्ट्रीय जन अपने-अपने मानसिक भावों को प्रकट करते हैं ?
iv) सहृदय व्यक्ति किसको स्वीकार करते हुए आनन्दित होता है ?
v) प्रस्तुत पंक्तियों में लेखक ने राष्ट्र के किस स्वरूप पर प्रकाश डाला है ?
अथवा
भारतीय साहित्य में और इसलिए जीवन में भी इस पुष्प का प्रवेश और निर्गम दोनों ही विचित्र नाटकीय व्यापार हैं । ऐसा ही कोई नहीं कह सकता कि कालिदास के पूर्व भारतवर्ष में इस पुष्प का कोई नाम ही नहीं जानता था, परन्तु कालिदास के काव्यों में यह जिस शोभा और सौकुमार्य का भार लेकर प्रवेश करता है, वह पहले कहाँ था । उस प्रवेश में नववधू के गृह प्रवेश की भाँति शोभा है, गरिमा है, पवित्रता है और सुकुमारता है । फिर एकाएक मुसलमानी सल्तनत की प्रतिष्ठा के साथ-ही- साथ यह मनोहर पुष्प- साहित्य के सिंहासन से चुपचाप उतार दिया गया। नाम तो लोग बाद में भी लेते थे, पर उसी प्रकार बुद्ध, विक्रमादित्य का । अशोक को जो सम्मान कालिदास से मिला, अपूर्व था ।
i) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए ।
ii) रेखाङ्कित अंश की व्याख्या कीजिए ।
iii) अशोक का पुष्प कालिदास के महाकाव्य में किस भाँति शोभा पाता है ?
iv) अशोक के पुष्प को कब साहित्य के सिंहासन से उतार दिया गया ?
v) लेखक ने किसे विचित्र नाटकीय व्यापार बताया है ?
4 . निम्नलिखित पद्यांश पर आधारित नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
कोई प्यारा कुसुम कुम्हला गेह में जो पड़ा हो ।
तो प्यारे के चरण पर ला डाल देना उसी को ।।
यो देना ऐ पवन बतला फूल – सी एक बाला ।
म्लान हो हो कमल-पग को चूमना चाहती है ।।
i) उपयक्त पद्यांश के शीर्षक और कवि का नाम लिखिए ।
ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
iii) राधा पवन दूतिका से मुरझाए हुए पुष्प को कहाँ डाल देने के लिए कह रही है ?
iv) मुरझाए हुए पुष्प की उपमा किससे की गई है ?
v) श्रीकृष्ण के कमल के समान कोमल चरणों को कौन चूमना चाहता है ?
अथवा
जब पहुँची चपला बीच धार,
छिप गया चाँदनी का कगार !
दो बाहों से दूरस्थ तीर, धारा का कृश कोमल शरीर
आलिंगन करने को अधीर !
अति दूर, क्षितिज पर विटप भाल लगती भू-रेखा सी अराल,
अपलक नभ नील नयन विशाल:
माँ के उर पर शिशु-सा, समीप, सोया धारा में एक द्वीप,
उर्मिल प्रवाह को कर प्रतीप,
वह कौन विहग ? क्या विकल कोक, उड़ता हरने निज विरह शोक ?
छाया की कोकी को विलोक !
i) उपर्युक्त पद्यांश के पाठ का शीर्षक तथा कवि का नाम लिखिए ।
ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए
iii) धारा के बीच स्थित द्वीप कैसा दिखायी पड़ता है ?
iv) कब चाँद सा चमकता हुआ रेत का कगार कवि की आँखों से ओझल हो गया ?
v) धारा के बीच से देखने पर गंगा के दोनों तट किसके समान लगते हैं ?
क) निम्नलिखित में से किसी एक लेखक की जीवनी साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी रचनाओं तथा भाषा-शैली का उल्लेख कीजिए ( शब्द-सीमा 80 शब्द ) 3+2=5
i) कन्हैया लाल मिश्र
ii) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
iii) जी० सुन्दर रेड्डी ।
ख) निम्नलिखित में से किसी एक कवि का साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी रचनाओं का उल्लेख कीजिए : ( अधिकतम शब्द सीमा 80 शब्द ) 3+2=5
i) अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
ii) सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’
(iii) महादेवी वर्मा ।
6 . ‘पंचलाइट’ अथवा ‘बहादुर’ कहानी का उद्देश्य अपने शब्दों में लिखिए ( अधिकतम शब्द सीमा 80 शब्द )
अथवा
‘कर्मनाशा की हार’ कहानी के प्रमुख पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए। ( शब्द-सीमा 80 शब्द ) स्वपठित खण्डकाव्य के आधार पर किसी एक खण्डकाव्य के एक प्रश्न का उत्तर दीजिए: ( अधिकतम शब्द सीमा 80 शब्द ) 7 .
5 क) ‘रश्मिरथी’ के षष्ठ सर्ग की घटना अपने शब्दों में लिखिए
अथवा
‘रश्मिरथी’ के आधार पर ‘अर्जुन’ का चरित्र चित्रण कीजिए ।
ख ) ‘श्रवण कुमार’ खण्डकाव्य की विशेषताएँ बताइये ।
अथवा
श्रवण कुमार’ खण्डकाव्य के नायक का चरित्रांकन कीजिए । ‘
ग) ‘सत्य की जीत’ खण्डकाव्य के आधार पर दुःशासन का चरित्र चित्रण कीजिए ।
अथवा
‘सत्य की जीत’ खण्डकाव्य की विशेषताएँ लिखिए ।
घ) ‘आलोक-वृत्त’ खण्डकाव्य के आधार पर कस्तूरबा गाँधी का चरित्र-चित्रण कीजिए । अथवा
‘आलोक-वृत्त’ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग की घटना को संक्षेप में लिखिए ।
ङ) ‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य के आधार पर राज्यश्री का चरित्र चित्रण कीजिए ।
अथवा
‘त्यागपथी’ के पंचम सर्ग की घटना अपने शब्दों में लिखिए ।
च) ”मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य की प्रमुख घटनाओं को अपने शब्दों में लिखिए ।
अथवा
‘मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य के आधार पर गधा जी का चरित्र चित्रण कीजिए
खण्ड ख
8- निम्नलिखित संस्कृत गद्यांशों में से किसी एक का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए
याज्ञवल्क्य उवाच न वा अरे मैत्रेयि ! पत्युः कामाय पतिः प्रियो भवति । आत्मनस्तु वै कामाय पतिः प्रियो भवति । न वा अरे जायायाः कामाय जाया प्रिया भवति, आत्मनस्तु वै कामाय जाया प्रिया भवति । न वा अरे पुत्रस्य वित्तस्य च कामाय पुत्रो वित्तं वा प्रियं भवति, आत्मनस्तु वै कामाय पुत्रो वित्तं वा प्रियं भवति । न वा अरे सर्वस्य कामाय सर्वं प्रियं भवति, आत्मनस्तु वै कामाय सर्वं प्रियं भवति ।
अथवा
महापुरुषाः लौकिक प्रलोभनेषु बद्धाः नियतलक्ष्यान्न कदापि भ्रश्यन्ति । देशसेवानुरक्तोऽयं युवा उच्चन्यायालयस्य परिधौ स्थातुं नाशक्नोत् । पण्डित मोतीलाल नेहरू- लालालाजपतरायप्रभृतिभिः अन्यै राष्ट्रनायकैः सह सोऽपि देशस्य स्वतन्त्रतासङ्ग्रामेऽवतीर्णः ।
ख) निम्नलिखित संस्कृत श्लोकों में से किसी एक का संदर्भ सहित हिंदी में अनुवाद कीजिए:
अनुभूतं महदुःखं सम्पूर्णः समयः स च ।
अस्माकमपि धर्म्यं यद् दायाद्यं विभज्यताम् ।।
अथवा
जल-बिन्दु निपातेन क्रमशः पूर्यते घाटः ।
सहेतुः सर्व विद्यानां धर्मस्य च धनस्य च ।।
9- निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए:
i) दिलीपः कस्य प्रदेशस्य राजा आसीत् ?
ii) धीमतां कालः कथं गच्छति ?
iii) राज्ञः दिलीपस्य गुणान् वर्णयन्तु ।
iv) मुर्खाणां कालः कथं गच्छति ?
10 . क) ‘करुण’ अथवा ‘वीर’ रस की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए ।
ख) ‘उपमा’ अथवा ‘अतिशयोक्ति’ अलंकार की सोदाहरण लिखिए ।
ग) ‘रोला’ अथवा ‘चौपाई’ के लक्षण एवं उदाहरण लिखिए ।
11 . निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर अपनी भाषा शैली में निबन्ध लिखिए:
i) दूषित पर्यावरण : समस्या एवं समाधान
ii) इन्टरनेट विकास अथवा विनाश
iii) भारत में लोकतन्त्र की सफलता
iv) ग्राम्य विकास की समस्याएँ और समाधान
v) राष्ट्रीय एकता ।
12 . क) i) पावकः’ का सन्धि-विच्छेद है
अ) पो+ अक:
ब) पौ+ अक:
स) पाव + कः
द) पा + वकः ।
ii) ‘विष्णोऽव’ का सन्धि-विच्छेद है
अ) विष्णु + अव
ब) विष्णो + अव
स) विष्णुः + अव
द) इनमें से कोई नहीं ।
iii) ‘निश्छलम्’ का सन्धि-विच्छेद है।
अ) निह + छलम्
ब) निस् + छलम्
स) निः+ छलम्
द) इनमें से कोई नहीं ।
i) ‘प्रत्येकम्’ में समास है
अ) अव्ययीभाव
ब) बहुव्रीहि
स) द्वन्द्व
द) इनमें से कोई नहीं ।
ii) ‘महादेव’ में समास है
अ) अव्ययीभाव
च) कर्मधारय
स) द्वन्द्व
द) इनमें से कोई नहीं ।
13 . क) i) ‘आत्मने’ ‘आत्मन्’ शब्द का रूप है।
अ) पंचमी, एकवचन
ब) चतुर्थी, एकवचन
स) षष्ठी, एकवचन
द) इनमें से कोई नहीं ।
ii) ‘नाम्नाम्’ नामन् शब्द का रूप है
अ) प्रथमा, द्विवचन
ब) तृतीया एकवचन
स) षष्ठी, बहुवचन
द) इनमें से कोई नहीं
(ख) i) ‘स्था’ धातु लोट् लकार, प्रथम पुरुष एकवचन का रूप है।
अ) तिष्ठसि
ब) तिष्ठतु
स) तिष्ठेत्
द) स्थास्यति ।
ii) ‘पा’ धातु विधिलिङ्, मध्यम पुरुष, बहुवचन का रूप है
अ) पिबेताम्
ब) पिवेम
स) पिबेत
द) पिबेयुः
ग) i) ‘पठितव्य’ शब्द में प्रत्यय है
अ) क्तवतु
ब) तव्यत्
स) तुमुन्
द) इनमें से कोई नहीं ।
ii) ‘पठनीय’ में प्रत्यय है
अ) क्त्वा
ब) अनीयर्
स) शानच्
द) इनमें से कोई नहीं ।
घ) रेखांकित पदों में से किसी एक पद में विभक्ति तथा सम्बन्धित नियम लिखिए:
अ) पुत्री मात्रा सह आपणं गच्छति ।
ब) सुदामा कृष्णस्य मित्रम् आसीत् ।
स) सुधीरः कट्या कुब्जः अस्ति ।
14 . निम्नलिखित में से किन्हीं दो वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद कीजिए :
अ) काली गाय बहुत दूध देती है ।
ब) सुदामा कृष्ण के मित्र थे ।
स) वासुदेव को नमस्कार ।
द) भिखारी पैर से लंगड़ा है ।