Ncert Solution For Class 8 hindi Vasant Chapter 13 जहाँ पहिया हैं

Ncert Solution For Class 8 hindi Vasant Chapter 12 sudama charit

Ncert Solution For Class 8 hindi Vasant Chapter 13 जहाँ पहिया हैं

1 . ” उन जंजीरों को तोड़ने का जिनमें वे जकड़े हुए हैं, कोई-न-कोई तरीका लोग निकाल ही लेते है ” आपके विचार से लेखक ‘जंजीरों’ द्वारा किन समस्याओं की ओर इशारा कर रहा है ?

उत्तर:- लेखक जंजीरों द्वारा रूढ़िवादी प्रथाओं की ओर इशारा कर रहा है ।

2 . क्या आप लेखक की इस बात से सहमत हैं ? अपने उत्तर का कारण भी बताइए ।

उत्तर:- लेखक के इस कथन से हम सहमत हैं । समाज द्वारा बनाई गई रूढ़ियाँ अपनी सीमाओं को लाँघने लगे तो समाज में इसके विरूद्ध एक क्रांति अवश्य जन्म लेती है । जो इन रूढ़ियों के बंधनों को तोड़ डालती है । समय के साथ-साथ विचारधाराओं में भी परिवर्तन होता रहता है और ये परिवर्तन आवश्यक भी है । अन्यथा हम कभी प्रगति नहीं कर पाएँगे और हम और हमारा समाज दिशाहीन हो जाएगा । जब ये परिवर्तन होने प्रारम्भ होते हैं तो समाज में एक जबरदस्त बदलाव आता है जो उसकी सोचने-समझने की धारा को ही बदल देता है । और यही बदलाव एक नए समाज को जन्म देता है । जब भी पुरानी विचारधारा में बदलाव हुआ है समाज के लिए यह असहनीय रहा है परन्तु धीरे-धीरे नया बदलाव स्वीकार कर लिया जाता है और समाज पुरानी जंजीरों को तोड़कर एक नए रूप में विद्यमान हो जाता है । जैसे तमिलनाडु के पुडुकोट्टई गाँव में हुआ है महिलाओं ने अपनी स्वाधीनता व आज़ादी के लिए साइकिल चलाना आरम्भ किया और समाज में एक नई मिसाल रखी ।

3 . ‘साइकिल आंदोलन’ से पुडुकोट्टई की महिलाओं के जीवन में कौन-कौन से बदलाव आए हैं ?

उत्तर:- ‘साइकिल आंदोलन’ से पुडुकोट्टई की महिलाओं के जीवन में निम्नलिखित बदलाव आए-
1 . महिलाएँ अपनी स्वाधीनता व आज़ादी के प्रति जागृत हुई ।
2 . कृषि उत्पादों को समीपवर्ती गाँवों में बेचकर उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी व आत्मनिर्भर हो गई ।
3 . समय और श्रम की बचत हुई ।
4 . स्वयं के लिए आत्मसम्मान की भावना पैदा हुई ।

4 . शुरूआत में पुरुषों ने इस आंदोलन का विरोध किया परंतु आर साइकिल्स के मालिक ने इसका समर्थन किया, क्यों ?

उत्तर:- शुरूआत में पुरुषों ने इस आंदोलन का विरोध किया क्योंकि उन्हें डर था इससे नारी समाज में जागृति आ जाएगी । आर . साइकिल्स के मालिक गाँव के एकमात्र लेडीज साइकिल डीलर थे, इस आंदोलन से उसकी आय में वृद्धि होना स्वभाविक था । इसलिए उसने स्वार्थवश आंदोलन का समर्थन किया ।

5 . प्रारंभ में इस आंदोलन को चलाने में कौन-कौन सी बाधा आई ?

उत्तर:- फातिमा ने जब इस आंदोलन की शुरूआत की तो उसको बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा । उसे लोगों की फ़ब्तियाँ (गंदी टिप्पणियाँ) सुननी पड़ी । फातिमा मुस्लिम परिवार से थी । जो बहुत ही रूढ़िवादी थे । उन्होंने उसके उत्साह को तोड़ने का प्रयास किया । पुरुषों ने भी इसका बहुत विरोध किया । दूसरी कठिनाई यह थी कि लेडीज साइकिल वहाँ पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं थी ।

6 . आपके विचार से लेखक ने इस पाठ का नाम ‘जहाँ पहिया है’ क्यों रखा होगा ?

उत्ततर – मिलनाडु के रूढ़िवादी पुडुकोट्टई गाँव में महिलाओं उत्तर:- का पुरुषों के विरूद्ध खड़े होकर ‘साइकिल’ को अपनी जागृति के लिए चुनना बहुत बड़ा कदम था । पहिए को गतिशीलता का प्रतीक माना जाता है और इस साइकिल आंदोलन से महिलाओं का जीवन भी गतिशील हो गया । लेखक ने इस पाठ का नाम ‘जहाँ पहिया है’ तमिलनाडु के पुडुकोट्टई गाँव ‘के’ साइकिल आंदोलन’ के कारण ही रखा होगा ।

7 . अपने मन से इस पाठ का कोई दूसरा शीर्षक सुझाइए । अपने दिए हुए शीर्षक के पक्ष में तर्क दीजिए ।


उत्तर:- ” औरतें विकास पथ की ओर” इसका नाम रखा जा सकता था । क्योंकि यहाँ औरतों ने अपने अधिकारों के प्रति जागृत होकर साइकिल को अपना हथियार चुना था । इसका मुख्य केंद्र तो स्वयं ‘औरतें’ ही हैं । यदि वह साइकिल को न चुनकर अन्य किसी और चीज़ को चुनती तो कहानी का शीर्षक बदल जाता परन्तु उस कारण को चुनने वाली औरतें हैं । अपने अधिकारों, आज़ादी व गतिशीलता के लिए आवाज़ उठाने वाली औरतें हैं । उन्होंने स्वयं के विकास के लिए ये प्रयत्न किया, यानि वह जागरूक हो रही हैं, विकास पथ पर अग्रसर हो रही हैं । अगर आज वो साइकिल चलाना सीख कर अपने अधिकारों के लिय आवाज़ उठा रही हैं तो कुछ और करना उनके लिए असाध्य नहीं है । इसलिए इसका शीर्षक “औरतें विकास पथ की ओर” होना ज़्यादा उपयुक्त है ।

8 . साइकिल चलाने से फातिमा और पुडुकोट्टई की महिलाओं को ‘आज़ादी’ का अनुभव क्यों होता होगा ?

उत्तर:- फातिमा के गाँव में पुरानी रूढ़िवादी परम्पराएँ थीं । वहाँ औरतों का साइकिल चलाना उचित नहीं माना जाता था । इन रुढियों के बंधनों को तोड़कर स्वयं को पुरुषों की बराबरी का दर्जा देकर फातिमा और पुडुकोट्टई की महिलाओं को ‘आज़ादी’ का अनुभव होता होगा ।

9 . भाषा की बात

उपसर्गों और प्रत्ययों के बारे में आप जान चुके हैं । इस पाठ में आए उपसर्गयुक्त शब्दों को छाँटिए । उनके मूल शब्द भी लिखिए । आपकी सहायता के लिए इस पाठ में प्रयुक्त कुछ ‘उपसर्ग’ और ‘प्रत्यय’ इस प्रकार हैं- अभि, प्र, अनु, परि, वि(उपसर्ग), इक, वाला, ता, ना ।

उत्तर:-

उपसर्ग
अभि – अभिमान
प्र – प्रयत्न
अनु – अनुसरण
परि – परिपक्व
वि – विशेष

प्रत्यय

इक – धार्मिक (धर्म + इक)
वाला – किस्मतवाला (किस्मत + वाला)
ता – सजीवता (सजीव + ता)
ना – चढ़ना ( चढ़ + ना) नव • नव + साक्षर (नवसाक्षर )
गतिशील – गतिशील + ता (गतिशीलता)

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