Up board solution for class 6 sanskrit chapter 7 विमानयानं रचयाम
UP Board SOLUTION Class 6 Sanskrit Solutions संस्कृत पीयूषम् प्रिय छात्रों यह पर हम आपको कक्षा 6 संस्कृत पीयूषम की किताब का सम्पूर्ण हल उपलब्ध करावा रहे है । उम्मीद करते है कि यह हल आपकी हर संभव मदद करेगा ।
पाठ का हिन्दी अनुवाद
राघव ! माधव ! सीते ! ललिते !
विमानयानं रचयाम ।
नीले गगने विपुले विमले
वायुविहारं करवाम ।। 1..
हिन्दी में अनुवाद – हे राघव, माधव हे सीता, ललिता, हवाई जहाज बनायें। विस्तृत, स्वच्छ नील गगन में वायु विहार करें।
उन्नतवृक्षं तुड्. गं भवनं
क्रान्त्वाकाषं खलु याम।
कृत्वा हिमवन्तं सोपानं
चन्दिरलोकं प्रविषाम ।। 2 ।।
हिन्दी में अनुवाद – ऊँचे वृक्षों ऊँचे भवनों, आकाश को पार करके चलें । हिमालय को सीढ़ी बनाकर चन्द्रलोक में प्रवेश करें।
षुक्रष्चन्द्रः सूर्यो गुरुरिति
ग्रहान् हि सर्वान् गणयाम ।
विविधाः सुन्दरताराष्चित्वा
मौक्तिकहारं रचयाम ।। 3 ।।
हिन्दी में अनुवाद – शुक्र और चन्द्र सूर्य और गुरु सारे ग्रहों की गणना करें। अनेक प्रकार के सुन्दर तारों को चुनकर मोतियों का हार बनायें ।
अम्बुदमालाम् अम्बर भूशाम्
आदायैव हि प्रतियाम ।
दुःखित-पीडित-कृशिकजनानां
गृहेशु हर्श जनयाम ।। 4
हिन्दी में अनुवाद – मेघमाला को, आकाश की शोभा को लेकर ही लौटें। दुःख से पीड़ित किसानों के गृहों में खुशी लायें।
शब्दार्थः
विमानयानम् = हवाई जहाज । रचयाम = निर्माण करते हैं। विपुले = विस्तृत । विमले = स्वच्छ । वायुविहारम = वायु विहार। करवाम = करें।
उन्नतवृक्षम् = उँचे पेड़। तुड्. गम् =उँचा । क्रान्त्वाकार्ष = आकाश को पार करके। याम = चलें । कृत्वा = करके । हिमवन्तं = हिमालय को । सोपानम् = सीढ़ी।
चन्दिरलोकम् =चन्द्रनलोक को । प्रविषाम = प्रवेष करें । शुक्रक्रश्चन्द्रः = शुक्र और चन्द्रमा । सूर्योगुरूरिति = सूर्य और गुरू।
सुन्दरताराष्चित्वा = सुन्दर तारों को चुनकर । मौक्तिकहारं = मोती का हार ।
अम्बुदमालाम् = मेघमाला को । अम्बरभूशाम् = आकाश की शोभा को । आदाय = लेकर के।
प्रतियाम = लौटें । दुःखित= दुःख से । गणेशु =समूह में । हर्षम = खुशी । जनयाम = लाये ।
अभ्यासः
1 . उच्चारणं कुरुत पुस्तिकायां च लिखत-
विमानयानम्, वायुविहारम् करवाम उन्नतवृक्षम, तुड्. गम् अम्बुदमालाम् क्रान्त्वाकाषम्, गणेशु सूर्योगुरूरिति, सुन्दरताष्चित्वा अम्बरभूशाम्, जनयाम ।
2 . एकपदेन उत्तरत-
यथा- वयं किं रचयाम ? विमानयानम
(क) कीदृशे गगने वायुविहारं करवाम ? ………..
(ख) वयं विमानेन कुत्र प्रविषाम ? ………….
(ग) वयं कीदृषं भवनं क्रान्त्वा आकाषं याम ? ………………..
3 . पाठात् उचितपदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत-
(क) नीले गगने विपुले विमले
ख……………………………
(ग) अम्बुदमालाम् अम्बरभूशाम्
घ- …………………………..
4 . भिन्नवर्गस्य पदं चिनुत – भिन्नवर्गः
यथा-शुक्रः, वृक्षः, चन्द्रः, गुरुः । ………..वृक्षः ……
(क) छात्रः, शिक्षकः, भिक्षुकः , प्राचार्यः ।……………
(ख) शुक्रः, कपोतः, वानरः, काकः । ………………….
(ग) पत्रम्, पुश्पम्, मित्रम्, फलम्। …………….
(घ) सिंहः, मयूरः, मण्डूकः गजः ।………….
5 . पर्यायपदानि योजयत-
विमले- जलदः
गगने- निर्मले
सूर्यः- आकाशे
चन्द्रः-दिवाकरः
अम्बुदः-निशाकरः
6 . पाठात् तुकान्त पदानि चिनुत ।
यथा- विपुले–विमले
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