Up Board Solution For Class 12 Sanskrit Character sketch of Kandambari कादम्बरी का चरित्र-चित्रण
कादम्बरी का चरित्र-चित्रण
(2017 CN, NG, NH, 18 BC, CZ, DA, DB, DF, 20ZR, ZS)
परिचय – कादम्बरी बाणभट्ट कृत ‘कादम्बरी’ की प्रमुख स्त्री पात्र है। वह गन्धर्वों के राजा चित्ररथ की एकमात्र पुत्री है। वह चन्द्रापीड की प्रेमिका, महाश्वेता की सखी और सम्पूर्ण कलाओं में दक्ष स्त्री है।
प्रमुख नायिका – कादम्बरी के नाम पर ही रचना का नामकरण होने से ही यह स्पष्ट हो जाता है कि कादम्बरी मुख्य स्त्री- पात्र है। यद्यपि यह कथानक के आदि में ही हमारे सामने आती है और महाश्वेता के मुख से ही हमें उसका परिचय मिलता है, किन्तु नायक चन्द्रापीड की प्रिया होने के कारण तथा बाद के कथानक में सर्वत्र मुख्य रूप से उपस्थित होने से वही इस आख्यायिका की नायिका है।
सच्ची प्रेमिका- वह चन्द्रापीड को पहली बार देखते ही उस पर अनुरक्त हो जाती है और सदैव उनके पास रहना चाहती है, ‘हे सखि! महाश्वेते, × xx दर्शनादारभ्य शरीरस्याप्ययमेव प्रभुः किमुत भवनस्य परिजनस्य वा।’ एकान्त में चन्द्रापीड के बारे में सोचना और पत्रलेखा के द्वारा चन्द्रापीड को सन्देश भेजना इसके प्रमाण हैं। पत्रलेखा चन्द्रापीड से कादम्बरी की मनोभावना का वर्णन करती हुई कहती है- “वह चन्द्रापीड के मरने पर उसके साथ सती होना चाहती है, किन्तु आकाशवाणी के द्वारा पुनर्मिलन का सन्देश दिये जाने पर यह सब कुछ छोड़कर अच्छोद सरोवर के किनारे ही उसके मृत शरीर की रक्षा और सेवा करती हुई एक तपस्विनी का जीवन व्यतीत करने लगती है। “
सङ्कोची – यह अत्यन्त लज्जाशीला और सङ्कोची स्वभाव की है। इसी कारण से महाश्वेता के बार-बार आग्रह करने पर भी वह चन्द्रापीड को अपने हाथ से पान देने में सङ्कोच करती है और महाश्वेता के मुख से अपनी दृष्टि हटाये बिना ही उसे पान देती है। इसी कारण ही विभिन्न प्रकार से चन्द्रापीड के द्वारा पूछे जाने पर भी स्पष्ट रूप से अपने प्रेम को प्रकट नहीं करती।
प्रिय सखी – वह महाश्वेता की प्रिय सखी है। वह महाश्वेता से प्रेम करती है और महाश्वेता इससे प्रेम करती है। महाश्वेता कादम्बरी का परिचय कराती हुई चन्द्रापीड से कहती है-‘सरलहृदया महानुभावाच कादम्बरी । ‘
सम्पूर्ण कलाओं में दक्ष वह सङ्गीत, चित्रकारी, शृङ्गार आदि सम्पूर्ण कलाओं में दक्ष है। इस प्रकार कादम्बरी के चरित्र में अनेक विशेषताएँ दृष्टिगोचर होती हैं।