Bhratr ke roop sanskrit men भ्रातृ के रूप संस्कृत में
भ्राता/भ्रातृ के शब्द रूप संस्कृत में-bhrata / Bhratr ke roop (भ्राता/भ्रातृ के शब्द रूप ) भ्राता/भ्रातृ शब्द ऋकारांत पुल्लिंग होता है और ऋकारांत पुल्लिंग सभी शब्दों के रूप एक समान चलते हैं आज इस आर्टिकल में हम भ्राता/भ्रातृ के शब्द रूप सीखेंगे । भ्राता/भ्रातृ शब्द के रूप ऋकारांत पुल्लिंग सभी शब्दों के रूप इसी प्रकार से चलते है | जैसे – भ्रातृ, जामातृ, देवृ आदि।
भ्राता/भ्रातृ शब्द रूप ऋकारांत पुल्लिंग में सातों विभक्तियों में चलते हैं। भ्राता/भ्रातृ शब्द रूप याद करने का संस्कृत में सबसे सरल तरीका यहाँ पर दिया जा रहा है। आप भ्राता/भ्रातृ की तरह ही भ्रातृ, जामातृ, देवृ आदि। आदि के रूप बना सकते हैं। संस्कृत में भ्राता/भ्रातृ शब्द के रुप सातों विभक्तियों व तीनों वचनों में चलते हैं।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | भ्राता | भ्रातरौ | भ्रातरः |
द्वितीया | भ्रातरम् | भ्रातरौ | भ्रातॄन् |
तृतीया | भ्रात्रा | भ्रातृभ्याम् | भ्रातृभिः |
चतुर्थी | भ्रात्रे | भ्रातृभ्याम् | भ्रातृभ्यः |
पंचमी | भ्रातुः | भ्रातृभ्याम् | भ्रातृभ्यः |
षष्ठी | भ्रातुः | भ्रात्रोः | भ्रातॄणाम् |
सप्तमी | भ्रातरि | भ्रात्रोः | भ्रातृषु |
सम्बोधन | हे भ्राता ! | हे भ्रातरौ ! | हे भ्रातरः ! |
प्रिय दोस्तों हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल पसंद जरूर आया होगा ।। भ्राता/भ्रातृ शब्द के रूप (bhrata ke Roop) अक्सर परीक्षा में पूछे जाते है। जिसकी तैयारी करके आप परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। आपकों भ्राता/भ्रातृ शब्द के रूप (bhrata ke Roop) की जानकारी कैसा लगी हमें कमेंट करके जरुर बताएं और साथ ही इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें। धन्यवाद!
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