एमपी बोर्ड परीक्षा में पहली बार जिले के कलेक्टर बनाएंगे उड़न दस्ता
एमपी बोर्ड परीक्षा में पहली बार जिले के कलेक्टर बनाएंगे उड़न दस्ता मध्य प्रदेश में होने वाली बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई है मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार कुछ बदलाव करने की बात कही है मध्य प्रदेश में प्रदेश के सभी जिलों में जिला कलेक्टर अपने जिले में उड़न दस्ता का गठन करेंगे पहले स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से ही उड़न दस्ता बनाया जाता था लेकिन अब यह काम जिले के कलेक्टर के हाथ में रहेगा क्योंकि कलेक्टर जिले की स्थिति को अच्छी ढंग से जानता है ऐसे में यह व्यवस्था वर्ष 2005 बोर्ड परीक्षा में लागू रहेगी
550 संवेदनशील परीक्षा केंद्र
इस बार मध्य प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं के लिए 550 संवेदनशील परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं इन जिलों में जो केंद्र सबसे ज्यादा संवेदनशील है वहां पर सबसे ज्यादा निगरानी रखी जाएगी तथा उन परीक्षा केदो पर सबसे ज्यादा उड़न दस्ता की निगरानी भी रहेगी
जिले के कलेक्टर अपने हिसाब से दलों का गठन करेंगे और इसकी लगातार मॉनीटरिंग भी करेंगे जबकि परीक्षा केदो पर इस बार सीसीटीवी की व्यवस्था भी रहेगी ताकि किसी भी तरह की नकल की स्थिति में सब कुछ रिकॉर्ड रहने में स्थिति का जायजा लिया जा सके
इस बार खास बात यह है की परीक्षा की निगरानी के लिए एक ऐप भी बनाया गया है जैसे ही टीम निकलेगी तो उसे माध्यमिक शिक्षा मंडल की तरफ से तैयार किए गए अप में रजिस्टर करना होगा क्यों है उड़न दस्ता कहां पर चेकिंग करने के लिए जा रहा है ऐसे में इसके माध्यम से उनकी ट्रैकिंग भी की जा सकेगी जबकि सर्वर से यह भी पता चलेगा की परीक्षा केंद्र पर कोई गड़बड़ी तो नहीं हुई है ऐसे में इस बार तकनीकी तरीके से परीक्षा की निगरानी की जा रही है इस बार प्रश्न पत्रों के बंडल को सीधे परीक्षा कच्छ में ही खोला जाएगा ताकि पेपर लीक होने के चांस ना रहे पिछले साल पेपर लीक मामले काफी सामने आए थे इस बार मध्य प्रदेश की बोर्ड परीक्षा में लगभग 17 लाख परीक्षाथी शामिल होंगे जिनकी निगरानी के लिए करीब 50000 कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा इसमें स्कूल शिक्षा विभाग के अलावा दूसरे विभागों के कर्मचारी भी ड्यूटी करेंगे /